Tuesday, December 10, 2024

Siyaram Baba संत सियाराम बाबा का 110 वर्ष की उम्र में निधन, कड़ाके की ठंड में भी पहनते थे सिर्फ लंगोट, 12 साल रहे थे मौन

 



Siyaram Baba Passes Away: निमाड़ के प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा ने देह त्याग दी है। वह लंबे समय से बीमार थे। सियाराम बाबा का अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे नर्मदा नदी के तट पर तेली भटियान में होगा।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Siyaram Baba Passes Away: मध्य प्रदेश के निमाड़ के पूज्य संत शिरोमणि सियाराम बाबा का बुधवार को निधन हो गया। वह करीब 110 साल के थे। वह हनुमान जी के परम भक्त थे। मौसम चाहे कैसा भी हो वह हमेशा लंगोट ही पहनते थे। इसलिए इंटरनेट पर इन्हें 'लंगोट वाले बाबा' के नाम से भी पहचाने जाते थे। बीते एक सप्ताह से आश्रम में उनका इलाज कर रहे डॉ. हरि बिरला ने बताया कि सियाराम बाबा कई दिनों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और उन्होंने पुष्टि की कि लंबी बीमारी के कारण उनका निधन हुआ। उनके अनुयायी सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही हैं। सियाराम बाबा का अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे नर्मदा नदी के तट पर तेली भटियान में होगा।

आश्रम में की गयी अस्पताल जैसी व्यवस्था

सियाराम बाबा की तबीयत 29 नवंबर से ही खराब चल रही थी, जब उन्हें निमोनिया होने का पता चला था। शुरुआत में उन्हें संवाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपने आश्रम लौटने की इच्छा जताई, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज जारी रहा। खरगोन के प्रशासन द्वारा अस्पताल जैसी सुविधाओं की व्यवस्था किए जाने के बावजूद उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। वे सात दिनों से ऑक्सीजन पर थे और केवल तरल पदार्थ ही ले रहे थे।

बाबा लगातार करते थे रामायण पाठ

सियाराम बाबा 1933 में गुजरात में जन्में थे। 17 साल की उम्र में उन्होंने आध्यात्मिक मार्ग पर चल दिया था। एक पेड़ के नीचे मौन रहकर कठोर तपस्या की और अंत में 'सियाराम' का उच्चारण किया। तभी से लोग उन्हें सियाराम बाबा कहने लगे। सियाराम बाबा इस उम्र में भी हर दिन बिना चश्मे के रामायण का पाठ करते थे। वे हमेशा लंगोट ही पहनते थे। भक्तों के अनुसार उन्होंने सियाराम बाबा को हमेशा लंगोट में ही देखा है। सोशल मीडिया पर भी उनके काफी सारे वीडियो पड़े हुए हैं।